Steve Smith biography Life story Hindi
Steve Smith biography
Life story Hindi
दोस्तों आज हम बात करेंगे ऑस्ट्रेलियन खिलाड़ी और पूर्व कप्तान ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ के ऊपर 1 साल के क्रिकेट से बेन के बाद की वापसी से पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है तो आइए जानते पूरी कहानी सुरूआत से
स्टीव स्मिथ लाईफ स्टोरी हिन्दी
स्टीव स्मिथ का जन्म 2 जून 1989 से जब सिडनी के कोग्रह स्मिथ का जन्म हुआ उनके पिता का नाम पिटर स्मिथ है जो कि बतौर केमिस्ट काम किया
करते थे वहीं उनकी मा का नाम गिलियन स्मिथ है और दोस्तो
एक दिलचश्म बात बता दे की स्टीव स्मिथ के पास ऑस्टलिया और इंग्लैंड दोनो ही देशों की नागरिकता है क्योंकि उनके पिता
ऑस्ट्रेलियन और मां इंग्लिश है और दोस्तो सुरु से ही स्मिथ कों
क्रिकेट का काफी शौक था क्योंकि ऑस्ट्रेलिया के अंदर भी इस खेल को काफी प्यार दिया जाता है और इसी तरह से मिनाई हाई स्कूल से अपनी सूरुआती पढ़ाई करने के साथ ही
उन्होंने क्रिकेट को अपना भविष्य देखना शुरू कर दिया था
और यही वजह थी कि वो क्रिकेट में काफी अच्छे थे लेकिन पढ़ाई में उतने ही कमजोर इसी लिए स्कूल के बाद से ही स्टीव
स्मिथ में अपनी पढ़ाई छोड़ने का फैसला कर लिया और दोस्तो जैसा की मैंने आपको पहले ही बताया था कि स्मिथ के पास दोहरी नागरिकता थी इसकी वजह से
स्टीव स्मिथ 17 साल की उम्र में वे इंग्लैड चलें गए और वहा जाकर उन्होंने लोकल क्रिकेट क्लब सेवेनोआक्स वाइन ज्वाइन कर ली और उनकी ला जवाब परफॉर्मेंस देख कर उन्हें एक ऑस्ट्रेलिया की डोमेस्टिक टीम न्यू साउथ वेल्स कि तरफ से खेलने का मोका मिला और फिर यहां भी अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी से शानदार प्रदर्शन करने के बाद से ऑस्ट्रेलिया की अंडर-19 टीम में भी स्टीव स्मिथ को खिलाया गया और इस टीम में उनका सिलेक्शन मुख्य रूप से एक लेग स्पिनर के
रूप में किया था जो की निचले पायदान पर बल्लेबाजी भी कर
सकता था फिर धीरे धीरे स्मिथ ने अपने शानदार खेल से स्टीव
स्मिथ ने सभी को इतना ज्यादा प्रभावित किया की ऑस्ट्रेलिया
के नेशनल सिलेक्टरों का ध्यान उन पर पड़ा
और फिर फरवरी 2010 में पाकिस्तान के खिलाफ एक t20 मैच में अंतरराष्ट्रीय डेब्यू करने का मौका मिला और इसी फरवरी 19 तारीख को ही वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने वनडे क्रिकेट टीम में भी डेब्यू किया और फिर उनके शानदार प्रदर्शन
को देखते हुए उन्हें 2010 के t20 विश्व कप में भी ऑस्ट्रेलिया
क्रिकेट टीम का भी हिस्सा बनाया गया और यहां पर भी 7 मैचों में बल्लेबाजी के साथ-साथ 11 विकेट लेकर अपनी टीम को फाइनल तक पहुंचने में मदद की इस तरह से स्मिथ ने यह
साबित किया कि बल्लेबाजी गेंदबाजी या फीडिंग में वे हर क्षेत्र में शानदार खेल दिखा सकते है इसी तरह डेब्यू के एक साल के अंदर ही वे ऑस्ट्रेलिया के बेस्ट खिलाड़ियों में गिने जाने लगे
हालाकि ऐसा लग रहा था कि स्मिथ टीम में अपनी जगह पक्की कर चुके हैं तभी उनके प्रदर्शन में गिरावट आई और वे साल भर टीम से आते जाते हुए दिखाई दिए हालाकि 2013 में
वापसी के बाद उन्होंने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और
अगले कुछ साल वह शानदार प्रदर्शन के साथ आगे बढ़ते चले गए
हालाकि मार्च 2018 में एक टेस्ट मैच के दौरान डेविड वार्नर और कैमरन बेंक्रोक के साथ साथ स्टीव स्मिथ के भी ऊपर बॉल टेम्परिंग के आरोप लगे जिसके चलते उन्हें 1 साल का क्रिकेट से बेन कर दिया गया इस समय में स्मिथ और साथी खिलाड़ियों को लोगो से बहुत भला बुरा सुनने को मिला स्मिथ
की जगह पर और कोई होता तो हिम्मत हार कर घर बैठ जाता
लेकिन स्टीव स्मिथ ने जम कर महेनत की और अपनी कमियों
पर काम करके टीम में शानदार वापसी की
दोस्ती स्टीव स्मिथ की जिंदगी से हमें यही सीखने को मिलता है कि कभी जिंदगी में हार नहीं मानना चाहिए चाहे कितने भी मुसीबत आ जाए
आप का बहुमूल्य समय देने के लिए धन्यवाद
( By Jaycricket1.com)
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें